राधिका यादव : टेनिस खिलाड़ी राधिका की हत्या की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से चौंकाने वाला खुलासा

Published On: July 11, 2025
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राधिका यादव

राधिका यादव की हत्या के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौथा गोली लगने का खुलासा हुआ है।जानिए कैसे पिता-बेटी का रिश्ता एक दर्दनाक मोड़ पर आकर टूटा।

बेटी, खिलाड़ी और सपना – राधिका यादव की दर्दनाक कहानी जो रह गई अधूरी

राधिका यादव : गुरुग्राम की एक उभरती हुई टेनिस खिलाड़ी, राधिका यादव, जो कभी भारत के लिए टेनिस कोर्ट में जीत के सपने देखती थी, अब एक ऐसी घटना का शिकार हो गई जिसने पूरे देश को झकझोर दिया। जिस घर में सपनों की नींव रखी गई थी, वहीं पर गोलियों की आवाज़ ने उस सपने को हमेशा के लिए तोड़ दिया।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने किया बड़ा खुलासा

राधिका यादव की मौत की जांच में जो बातें सामने आईं, वो किसी भी इंसान को भीतर तक हिला सकती हैं। डॉक्टर दीपक माथुर ने जानकारी दी कि राधिका के शरीर से चार गोलियां निकाली गईं। पहले पुलिस रिपोर्ट में कहा गया था कि उन्हें तीन बार गोली मारी गई, लेकिन पोस्टमार्टम में साफ हुआ कि एक गोली शरीर के आर-पार निकल गई थी, जिससे दो जख्म बने। इसी वजह से पहले गोलियों की संख्या को लेकर भ्रम रहा।

पिता-पुत्री के रिश्ते में क्यों आई दूरी

राधिका यादव
राधिका यादव

राधिका यादव के पिता दीपक यादव ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल किया है। उन्होंने बताया कि राधिका द्वारा गुरुग्राम के सेक्टर 57 में शुरू की गई टेनिस अकादमी को लेकर उनके बीच अक्सर बहस होती थी। राधिका का सपना था कि वह चोट लगने के बाद भी खेल से जुड़ी रहें और आने वाली पीढ़ियों को प्रशिक्षित करें। लेकिन पिता को यह मंज़ूर नहीं था। समाज के तानों और ‘बेटी की कमाई पर जी रहे हो’ जैसे तंजों ने उनके आत्मसम्मान को चोट पहुंचाई।

पुलिस प्रवक्ता संदीप सिंह ने बताया, “वह अकादमी बंद करवाना चाहते थे। कई बार बेटी से कहा लेकिन वह नहीं मानी, इसी गुस्से में उन्होंने गोली चला दी।”

म्यूजिक वीडियो बना विवाद की एक और वजह?

पुलिस के अनुसार राधिका यादव ने पिछले साल एक म्यूजिक वीडियो ‘कारवां’ में हिस्सा लिया था। वीडियो में वह एक इंडी आर्टिस्ट ‘इनाम’ के साथ नज़र आई थीं। इस म्यूजिक वीडियो को LLF Records के बैनर तले रिलीज़ किया गया था। यह बात भी राधिका के घर में तनाव का कारण बनी। अब पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि क्या यह वीडियो भी हत्या की वजहों में शामिल था।

आखिरी बातचीत और गोलियों की गूंज

घटना के दिन राधिका और उनके पिता के बीच एक बार फिर टेनिस अकादमी को बंद करने को लेकर बहस हुई। राधिका उस वक्त किचन में थीं, जब गुस्से में आकर दीपक यादव ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से तीन गोलियां चला दीं – एक गले में और दो पीठ में जा लगीं।

एक सपना जो हमेशा के लिए रुक गया

राधिका के जाने से न सिर्फ उनका परिवार, बल्कि उनका खेल, उनकी अकादमी और उनसे जुड़े हर इंसान का सपना टूट गया। एक युवा, जो भारत का नाम रोशन कर सकती थी, जिसने अपनी चोट के बावजूद हिम्मत नहीं हारी, उसकी जिंदगी को अपनों की बेरुखी और समाज के तानों ने छीन लिया।

डिस्क्लेमर: इस लेख में प्रस्तुत जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स, पुलिस बयानों और पोस्टमार्टम रिपोर्ट्स पर आधारित है। यह लेख केवल जनजागरूकता और जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम किसी भी तरह की हिंसा का समर्थन नहीं करते।

 

SATISH KUMAR

मेरा नाम सतीश कुमार है, टेक्नोलॉजी से जुड़ी जानकारी लिखना मेरा जुनून है। लोगों तक नए गैजेट्स, कारोबार की खबरें और मनोरंजन की जरूरी बातें आसान और भरोसेमंद अंदाज़ में पहुँचाना मेरा मकसद है ।

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