
नए UPI नियम 2025: आपके लिए क्या बदला है – जानिए पूरी जानकारी
NPCI ने जून 2025 में UPI सिस्टम को और तेज, सुरक्षित और भरोसेमंद बनाने के लिए कई अहम बदलाव किए हैं
अब पेमेंट सिर्फ 10–15 सेकंड में
पहले UPI पेमेंट में 30 सेकंड तक लगते थे, लेकिन अब सिर्फ 10–15 सेकंड में ही ट्रांजैक्शन पूरा होगा।
यह नियम 16 जून 2025 से लागू हो चुका है।
सभी बैंक और ऐप्स को 31 जुलाई 2025 तक अपने सिस्टम अपडेट करने होंगे। फायदा: तेज पेमेंट, रिफंड में देरी नहीं, व्यापारियों और ग्राहकों दोनों को फायदा।
अब दिखेगा रिसीवर का नाम – धोखाधड़ी पर लगाम
अब जब भी आप किसी को पैसे भेजेंगे, तो ट्रांजैक्शन से पहले उस व्यक्ति का नाम स्क्रीन पर दिखेगा।
यह फीचर 30 जून 2025 से लागू हो रहा है।
इससे गलती से गलत अकाउंट में पैसे भेजने से बचा जा सकेगा।
नया फीचर सुरक्षा बढ़ाता है और फ्रॉड रोकने में मदद करता है।
बैलेंस चेक और ऑटो-पेमेंट्स पर लिमिट (1 अगस्त से लागू)
NPCI ने UPI API कॉल्स पर लिमिट लगा दी है, जिससे सिस्टम पर दबाव कम हो:
क्या करें आप?
अपने UPI ऐप को अपडेट रखें
बैलेंस बार-बार चेक करने से बचें
पेमेंट भेजने से पहले नाम ज़रूर चेक करें
अगर नंबर बंद है तो तुरंत नया नंबर UPI में अपडेट करें
नए फीचर्स का लाभ उठाएं: वॉयस पेमेंट, वाउचर, इंटरनेशनल QR आदि
निष्कर्ष
नए UPI नियम भारत की डिजिटल पेमेंट सिस्टम को तेज़, सुरक्षित और विश्वसनीय बना रहे हैं।
इन बदलावों से ग्राहक, व्यापारी और बैंक – सभी को फायदा होगा।